नया साल क्यों मनाया जाता है? | Why New Year is Celebrated?
आज हम बात करेंगे नय साल (New Year) के बारे में यह मनाया क्यूँ जाता हैं, कब मनाया जाता है, ओर कैसे मनाया जाता है?
आपको बता दें कि सबसे पहले नया साल (New Year) मनाने की यह परंपरा ग्रिगोरियन कैलेंडर से शुरू हुई थी। इसकी शुरुआत 15 अक्टूबर 1582 में हुई। इस कैलेंडर की शुरुआत ईसाइयों ने की थी. ग्रिगोरियन कैलेंडर आने से पहले रूस का जूलियन कैलेंडर था। इसमें केवल 10 महीने ही थे। साथ ही इस कैलेंडर में क्रिसमस की तारीख भी हर साल बदलती रहती थी। अमेरिका नेपल्स के फिजीशियन एलॉयसिस लिलिअस ने नया कैलेंडर पेश किया। इस कैलेंडर में 1 जनवरी को पहला दिन था। तभी से यह कैलेंडर पूरी दुनिया में प्रचलित हो गया और 1 जनवरी को नया साल मनाया जाने लगा।
भारत में नया साल कब मानते है? (When is the New Year celebrated in India?)
भारत में नया साल विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग तिथियों पर मनाया जाता है। लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 31 दिसंबर को साल का अंत होने के बाद 1 जनवरी को नए साल की शुरुआत होती है और यह पुरे भारत के अलावा पूरी दुनिया के लोगो के द्वारा मनाया जाता है। नया साल पुरानी चीजों को पीछे छोड़कर एक नयी शुरुआत करने का समय होता है। भारत में रहने वाले हर धर्म के लोगो के द्वारा नए साल पर तैयारियां की जाती है।
पंजाब में नया साल बैशाखी के रूप में 13 अप्रैल को मनाया जाता है। सिख धर्म को मानने वाले इसे नानकशाही कैलेंडर के अनुसार मार्च में होली के दूसरे दिन मनाते हैं।
जैन धर्म के लोग नववर्ष को दिवाली के अगले दिन मनाते हैं। यह भगवान महावीर स्वामी की मोक्ष प्राप्ति के अगले दिन से शुरू होता है। साल पर सभी दुकानें भीड़ से भरी रहती हैं। जनवरी में भारत में नए साल का उत्सव भोजन, फोल और अनुष्ठान से भरपूर होता है।
नया साल अपने साथ नयी उम्मीदें नए लक्ष्य, नए वादे, नए सपने लेकर आता है। लोग अपने आप से कुछ नए वादे करते हैं और ये कोशिश करते हैं की उन वादों को आनेवाले साल में पूरा कर सके। ऐसा माना जाता है की अगर नए साल का पहला दिन अच्छा और खुशी से बीते तो आनेवाला पूरा साल सुखपूर्वक बीतता है। लोग अपना एक लक्ष्य तय करते हैं की वे आने वाले नए साल में क्या क्या नयी चीज़े करेंगे। नए साल पर भारत में लोग मंदिर जाते हैं, पूजा पथ करते हैं और कई लोग अपने करीबी दोस्तों के साथ मिलकर पार्टियां करते हैं।
नव वर्ष पर निबंध समारोह में आनंदमय संदेश, खुशहाल इच्छाएं, पार्टियां, नृत्य, पटाखे, लाइटिंग, नए कपड़े और आउटिंग शामिल हैं। लोग नए साल के कई प्रस्तावों की योजना बनाते हैं। सभी देशों में मीडिया का सबसे गर्म समाचार नए साल का समारोह होगा।
नए साल में लोग नए जोश के साथ नयी चीज़ों की शुरुआत। लोग पिकनिक पर जाते हैं हुए परिवार के साथ खुशी के कुछ पल बिताते हैं। बच्चों में तो नए साल का उत्साह देखते ही बनता है। इस अवसर पर कई स्थानों पर पार्टी का आयोजन किया जाता है। लोग नाचते गाते हैं और लजीज व्यंजनों के साथ मज़ेदार खेलों का भी आयोजन करते हैं। यह वो समय है जब हम लोग कुछ अच्छा सोचते हैं अपने सफलता के लिए नया लक्ष देखते हैं। इस दिन हर किसी व्यक्ति के मन में एक सकारात्मक भावना की लहर होती है। अपने पुराने नकारात्मक विचारों को हर कोई छोड़ कर कुछ अच्छा और सुनहरा करने की शुरुवात में लग जाते हैं।
नए साल की शुरुआत सभी लोग अपने अपने हिसाब से ख़ुशी ख़ुशी करते हैं। इन सब समारोहों का आयोजन बीते हुए साल को हँसते हँसते विदा करने और नए साल का स्वागत करने के लिए किया जाता है।