कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान जो होंगे देश के नए CDS?
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान (Lt. Gen (Retired) Anil Chauhan) होंगे देश के नए CDS। जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से यह पद खाली था।
भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान (Lt. Gen (Retired) Anil Chauhan) को नया CDS ( Chief of Defence Staff) नियुक्त किया है।
जनरल बिपिन रावत पहले CDS थे, उनके बाद देश के दूसरे CDS लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान होगे। ये सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के तौर पर भी काम करेंगे।
सेना में 40 साल से ज्यादा का अनुभव
जनरल अनिल चौहान का सेना में लगभग 40 वर्षों से ज्यादा का करियर रहा है।
सेना में 40 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान पिछले साल 31 मई 2021 को भारतीय सेना से सेवानिवृत हुए थे।
सेवानिवृति के बाद भी इन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में अपना योगदान देना जारी रखा।
अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से अभी तक अनिल चौहान NSCS के सैन्य सलाहकार के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे।
जब बालाकोट हमला हुआ था उस समय ये भारतीय सेना के DGMO (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन) थे। इनके ही दिमाग की उपज ऑपरेशन सनराइज थी।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान सेना में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं।
पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनका व्यापक अनुभव है।
जनरल अनिल चौहान पूर्वी कमान के ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ रह चुके हैं। इन्होंने 1 सितंबर 2019 को ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ का पद संभाला था।
ले. जनरल अनिल चौहान को उग्रवाद के खिलाफ अभियानों का खासा अनुभव है।
ये अंगोला में संयुक्त राष्ट्र शांतिवाहिनी मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक भी रह चुके हैं।
इन सब के अलावा चौहान ने सैन्य संचालन महानिदेशक के प्रभार सहित कई महत्वपूर्ण स्टाफ नियुक्तियों को भी अंजाम दिया।
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान (Lt. Gen (Retired) Anil Chauhan) को मिल चुके हैं कई सम्मान –
- लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान 1981 से 2021 तक सेना में विभिन्न पदों पर रहे है। अपनी सेवा के दौरान सेना में कई सैन्य सम्मान से नवाजे जा चुके हैं।
- भारतीय सेना में इनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है|
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान की जीवनी
- लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान का जन्म 18 मई 1961 को हुआ था।
- 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान भर्ती हुए थे।
- वह नेशनल डिफेंस एकैडमी खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र रह चुके हैं।
- इन्होंने मेजर जनरल रहते हुए उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी।
- बाद में लेफ्टिनेंट जनरल के तौर पर उन्होंने पूर्वोत्तर में कोर की कमान संभाली। सितंबर 2019 में ये पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने।
- 40 वर्ष की सेवाओं के बाद अपने रिटायरमेंट तक यानि 31 मई 2021 तक यह पदभार संभाला।
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान बायोग्राफी
नाम | लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान |
जन्म | 18 मई 1961 (आयु 61) |
जाति | राजपूत |
पत्नी | श्रीमती अनुपमा चौहान |
बेटी | प्रज्ञा |
शिक्षण संस्थान | मातृ संस्था राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून |
सेना में नियुक्ति | 1981 में 11 वीं गोरखा राइफल्स में |
सेवा के वर्ष | जून 1981 – मई 2021 |
वर्तमान पद | सीडीएस (CDS) |
पुरस्कार | परम विशिष्ट सेवा मेडल रिबन, परम विशिष्ट सेवा मेडल उत्तम युद्ध सेवा मेडल अति विशिष्ट सेवा मेडल सेना मेडल विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल रिबन, विशिष्ट सेवा मेडल रिबन, सैन्य सेवा |
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