Subash Chandra Bose Jayanti 2022, Quotes, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस
Subash Chandra Bose Jayanti 2022, इस पोस्ट में आपको नेता जी सुभाष चन्द्र बोस पर, Quotes, Messages आदि देखने को मिलेंगे। तो चलिए जानते है हमारे भारत देश ले नेता जी सुबाष चंद्र बोस के बारे में आसान शब्दों में।
नेता जी सुबाष चंद्र बोस ( About Subash Chandra Bose)
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1897 में उड़ीसा के कटक शहर में हुआ। इनके पिता का नाम जानकीदास बोस और माता जी का नाम प्रभावती देवी था। भारत की आजादी के लिए इनका त्याग और समर्पण हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।
आज सुभाष चन्द्र बोस जैसे नेताओं की जरूरत है। क्योंकि आज के नेता तो लूटने और भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा देते है। सुभाष जी के जन्मदिन पर इनकी जयंती मनाई जाती है ताकि हर युवा के अंदर एक सुभाष चन्द्र बोस, एक नेता, एक योगी, एक त्यागी, एक सन्यासी जिन्दा रहे।
Neta Ji Subash Chandra Bose Quotes, Messages in Hindi
सुभाष जी, सुभाष जी वो जाने हिन्द आ गये,
है नाज जिस पे हिन्द को वो शाने हिन्द आ गये।
उस दिन लोगों ने सही-सही
खून की कीमत पहचानी थी,
जिस दिन सुभाष ने बर्मा में
माँगी उनसे कुर्बानी थी।
वे कहाँ गए, वे कहाँ रहे,
ये धूमिल अभी कहानी है,
हमने तो उसकी नयी कथा,
आज़ाद फ़ौज से जानी है।
याद रखिए सबसे बड़ा अपराध अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है।
यह हम सबका कर्तव्य है कि हम अपनी स्वतंत्रता का मोल अपने खून से चुकाएं. हमें अपने बलिदान और परिश्रम से जो आजादी मिलेगी, हमारे अंदर उसकी रक्षा करने की ताकत होनी चाहिए।
आज हमारे अंदर बस एक ही इच्छा होनी चाहिए, मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके. एक शहीद की मौत मरने की इच्छा ताकि स्वतंत्रता का मार्ग शहीदों के खून से प्रशस्त हो सके।
उच्च विचारों से कमजोरियाँ दूर होती है,
हमें हमेशा उच्च विचार पैदा करते रहना चाहिए।
शक्तिशाली के साथ समझौता सिर्फ कमजोरी को दर्शाता हैं, बराबर वालो से समझौता बुद्धिमानी को दर्शाता है और जो आपसे कमजोर है वो आपकी हर बात मानेगा।
तुम मुझे खून दो ,
मैं तुम्हें आजादी दूंगा।
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस।
छात्रों का मूल कर्तव्य अपने चरित्र का निर्माण करना है,
जो उन्हें भविष्य निर्माण में मदद करेगा।
इतिहास में कभी भी सिर्फ विचार-विमर्श से
कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ।
जब विचारों में निःस्वार्थता आएगी,
हकीकत में आजादी तभी मिल पाएगी।
हिन्दुस्तान हमारी इस कुर्बानी को जरूर याद रखेगा,
शायद समझ नही पायेगा पर याद जरूर करेगा।।
गुलामी जिन्दा इंसान को भी लाश बना देती है इसलिए अपनी व्यक्तिगत आजादी और देश की आजादी के लिए हमेशा लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
हमें अधीर नहीं होना चहिये, न ही यह आशा करनी चाहिए, की जिस प्रश्न का उत्तर खोजने में न जाने कितने ही लोगों ने अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया, उसका उत्तर हमें एक-दो दिन में प्राप्त हो जाएगा।
मैं विपरीत परिस्थितियों में भी भयभीत नहीं होता… संकटपूर्ण दिन आने पर भी मैं भागूँगा नहीं, वरन आगे बढकर कष्टों को सहन करूँग, उनसे लडूँगा और उनका हल निकालूँगा।
ज्ञान जीवन के लक्ष्य को निर्धारित करती है
और ज्ञान ही उसे प्राप्त करने की शक्ति देती है।।
मैंने अपने छोटे से जीवन का बहुत सारा,
समय व्यर्थ में ही खो दिया है।
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