Bewafa Shayari in Hindi 2022
यदि आप गूगल पर कुछ ऐसे ऐसे कीवर्ड सर्च कर रहे है जैसे Bewafa Shayari in Hindi, Bewafa Dard bhari Shayari in Hindi, bewafa sad shayari, dard bhari bewafa shayari, bewafa shayri in hindi, etc. तो आप बिलकुल सही जगह आये है यहाँ आपको Bewafa sad Shayari से सम्बंधित हर प्रकार के Hindi WhatsApp Status, और Quotes देखने को मिलेगा। आप अपने मनपसंद Quotes का चुनाव कर सकते है और जो Quotes, Shayari आपको अच्छा लगे उसे अपने WhatsApp या Facebook Status पर लगा सकते है।
Bewafa Dard bhari Shayari in Hindi
इस दुनिया में मोहब्बत काश न होती,
तो सफर ऐ-ज़िन्दगी में मिठास न होती,
अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत,
तो दीवानों की कब्रे यूँ उदास न होती।
सारे जहाँ को उसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,
परदा जो दरमियाँ था हटाना पड़ा मुझे,
रुस्वाइयों के खौफ से महफिल में आज,
फिर उस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।
जिस तरह तुझसे हम बिछड़े थे,
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका,
तेरी सादगी में इतना फरेब था,
कि तुझे बेवफा भी ना कह सका।
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं।
सारी भूलें तेरी माफ़ की, सब खताओं को तेरी भुला दिया,
गम है कि मेरे प्यार का तूने, बेवफा बनके सिला दिया।
ऐसे कैसे बुरा कह दूँ तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है।
यूँ नाराज़ मत हुआ करो हमसे इतना मेरे सनम,
बदकिस्मत ज़रूर हैं हम मगर बेवफा नहीं।
इश्क में डूबी हुई कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं,
बेवफाई के हर शेर पे वो वाह-वाह करते हैं।
जिनकी शायरियों में दर्द होता है
वो शायर नही किसी बेवफा का दीवाना होता है।
बिखरे हुए रिश्ते की कीमत ही क्या,
जब तोड़ने वाला ही न जानता हो,
बेवफ़ा से प्यार की उम्मीद ही क्या,
जब वो निभाना ही न जानता हो।
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे,
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे,
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे।
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया,
जिस पर मरते थे उसने ही भुला दिया,
उसकी याद भुलाने के लिए आँसू पीता गया,
एक दिन बेवफा ने उसमे भी ज़हर मिला दिया।
अगर इतनी ही नफरत है हमसे तो,
दिल से ऐसी दुआ करो की
आज ही तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाये
और हमारी जिन्दगी भी।
वो बेवफा हमारा इम्तिहां क्या लेगी,
जब मिलेगी तो नजर झुका लेगी,
उसे मेरी कबर पर दीया जलाने को मत कहना
नादान है अपना हाथ जला लेगी।
जाते जाते उसने पलटकर सिर्फ इतना कहा मुझसे,
मेरी बेवफाई से ही मर जाओगे या मार के जाऊं।
ज़हर माँगा तो बस दुहाई मिली,
प्यार माँगा तो सिर्फ रुस्वाई मिली,
साथ माँगा तो हमें तन्हाई मिली,
और वफ़ा चाहा तो बेवफाई मिली।
धीरे धीरे दूर होते गए,
वक़्त के आगे मजबूर होते गए,
इश्क़ में हमने ऐसी चोट खाई
हम बेवफा और वो बेक़सूर होते गए।
मेरा साया भी मुझसे जुदा मिला,
सोचा तो हर किसी से मेरा सिलसिला मिला
शहर-ए-बेवफा में किसे इश्क़-ए-वफ़ा कहें
हमसे गले मिले वो भी बेवफ़ा मिला।
हमने वक़्त से बहुत वफ़ा की,
लेकिन वक़्त हमसे बेवफ़ाई कर गया,
कुछ तो हमारे नसीब बुरे थे,
कुछ उनका हमसे जी भर गया।
समझ न सके उन्हें हम,
क्योकि हम प्यार के नशे में चूर थे,
अब समझ में आया जिसपे हम जान लुटाते थे,
वो दिल तोड़ने के लिए मशहूर थे।
दर्द दे गए सितम भी दे गए
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए,
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का,
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए।
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए शायद,
आज वो भी बेवफा हो गाए शायद,
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था,
मेरे ख्वाब मुझ पे रो गाए शायद।
मत ज़िकर करो अपनी अदा के बारे में
हम बहुत कुछ जानते हैं वफ़ा के बारे में
सुना है वो भी मोहबत का शौक़ रखने लगे हैं
जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।
तू बेवफा होगी सोचा ही नहीं था
तू भी कभी खफा होगी सोचा ही नहीं था
जो गीत लिखे थे कभी प्यार पर तेरे
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था।
मैं नही जानता मुझसे खफा कौन है,
मैं ये जानता हू वफ़ा कौन है,
वो चली तो गयी है पर पता ये करना है की,
ज़िंदगी और उसमे बेवफा कौन है!!
अपना दिल अपनी तबाही का सबक होता है,
यह जवानी का आलम ही अजब होता है,
कौन सी बात ने किसका दिल तोड़ दिया,
बोलने वाले को एहसास ही कब होता है।
अगर मोहब्बत की तिजारत का इतना शौक है
तो ये बात भी जान लो दोस्तों
यहाँ वफ़ा का कोई मोल नहीं होता
और बेवफाई बहुत अनमोल होता है।
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम बेवजह खुद को,खुश नसीब समझने लगे।
इस तरह हम उनसे वफ़ा कर बैठे,
की वो हमारी बेवफाई को सह भी न पाये,
वो रोये हमसे लिपटकर किसी और के लिए,
और हम उन्हें चुप करा भी न पाये।
दिल जिस ने तोड़ा वो आज खुश बहुत है,
हम पी रहे हैं जाम और मदहोश बहुत हैं,
चाहते थे बद-दुआ देना पर बददुआ दे ना सके
हम बेवफा को बेवफा भी कह ना सके।
कर के बेवफाई मुस्कुराते हैं वो,
दिल टूटता है तो शरमाते हैं वो,
जख्म दिल का नहीं देख पाते हे वो,
तभी तो इस जहा में दिलरूबा कहलाते हैं वो।
कितना नाज़ था हमें तेरे प्यार पर,
आज वही प्यार ने शर्मिंदा कर दिया,
बहा था न कभी एक अश्क इन आँखों से,
तेरे प्यार ने हमें आंसुओं का दरिया बना दिया।
हम तो तेरी दिल की महफ़िल सजाने आए थे,
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आये थे,
किस बात की सजा दी तू ने हमको बेवफा
हम तो तेरे दर्द कम करने आये थे।
मेरी वफा के क़ाबिल नही हो तुम,
प्यार मिले ऐसे इन्सान नही हो तुम,
दिल क्या तुम पर ऐतबार करेगा,
प्यार मे धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम।
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरतीब से एक सख्स ने तबाह किया मुझे।
भुला दूंगा तुम्हे भी थोड़ा सबर रखना,
तुम्हारी तरह बेवफा होने में थोडा वक्त लगेगा।
आग लगी दिल में, जब वो खफ़ा हुए,
एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके,
लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।
यह भी देखें –