मंकी पॉक्स (MonkeyPox) वायरस क्या है? जाने इसके क्या लक्षण है?
MonkeyPox: करीब 3 सालो से पूरी दुनिया कोराना महामारी से जूझ रही है। लोग अभी करोना महामारी से उबरे नही तब तक मंकी पाक्स बीमारी का खतरा मडराने लगा है। कोविड से जूझ रही दुनिया को अब मंकी पाक्स बीमारी का सामना करना पड़ रहा है।
विदेशों में मंकी पाक्स के केस आने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। हरियाणा में मंकी पाक्स को लेकर केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इसको लेकर कर जिला अस्पताल, सामुदायिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों के स्टाफ को अलर्ट जारी किया है। मंकी पाक्स की बीमारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ विभाग ने चेतावनी जारी की। स्वास्थ विभाग और चिकित्सकों का कहना है की अगर किसी में मंकी पाक्स के लक्षण जैसे दानें, गांठे नजर आएं तो सूचित करें।
आयिए जानते है कि मंकीपॉक्स क्या है? मंकीपॉक्स के लक्षण क्या है? मंकीपॉक्स कैसे फैलता है? इससे बचने के क्या उपाय है आदि।
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मंकी पॉक्स (MonkeyPox) वायरस क्या है?
मंकीपॉक्स (MonkeyPox) एक वायरस है जो संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से फैलता है। यह वायरस चूहों और गिलहरियों जैसे कृन्तकों द्वारा फैलता है।यह वायरस जानवरों से होकर इंसानों में तेजी से फैलता है। यह बिमारी किसी संक्रमित जानवर के काटने से, या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ को छूने से या मांस खाने से भी पकड़ सकता है।
मंकीपॉक्स (MonkeyPox) एक इंसान से दूसरे में फैलने वाली बीमारी है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले रैशेज वाले कपड़े, बिस्तर या तौलिये को छूने से फैल सकता है। यह रोग संक्रमित व्यक्ति की त्वचा के फफोले या पपड़ी को छूने या उसके खांसने और छींकने से भी फैल सकता है।
यह बीमारी सबसे पहले बंदरों में पाया गया था। यह ज्यादातर पश्चिम और मध्य अफ्रीका में होता है।यह पहली बार 1958 में अनुसंधान के लिए रखे गए बंदरों में खोजा गया था इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स पड़ा।
मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। मंकीपॉक्स के सब से ज़्यादा मामले ब्रिटेन, इटली, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और अमेरिका में देखने को मिले है।
मंकीपॉक्स (MonkeyPox) के लक्षण क्या होते है? इस बीमारी की पहचान कैसे करे?
यदि को व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित होता है तो उसके लक्षण 6 से 13 दिन में दिखने लगते हैं जिसमें बुखार, तेज सिरदर्द, पीठ और मांसपेशियों में दर्द और उल्टी-दस्त के साथ गंभीर कमजोरी शामिल है। संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर बड़े बड़े दाने, गांठें बन जाता है और कुछ दिनों बाद पपड़ी बनकर समाप्त हो जाता है। गंभीर स्थिति में ये दाने आंखों के कॉर्निया को भी प्रभावित कर सकते हैं।
मंकीपॉक्स (MonkeyPox) का इलाज क्या है?
इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नही है लेकिन चेचक की वैक्सीन को मंकीपॉक्स के खिलाफ असरदार माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण नज़र आए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर इसकी जांच करवाएं, ताकि जांच होने पर बीमारी का सही पता चल सके।
संक्रमित मरीजों को एक विशेषज्ञ अस्पताल में रखने की आवश्यकता होती है ताकि संक्रमण न फैले और सामान्य लक्षणों का इलाज किया जा सके।
FAQs
मंकीपॉक्स (MonkeyPox) बीमारी पहली बार कब देखने को मिली?
मंकीपॉक्स बीमारी पहली वार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था।
मंकीपॉक्स के सबसे ज़्यादा कहा मामले देखने को मिले है?
मंकीपॉक्स के सब से ज़्यादा मामले ब्रिटेन, इटली, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और अमेरिका में सब से ज़्यादा मामले देखने को मिले है।
मंकीपॉक्स बीमारी का इलाज कैसे किया जाता है?
चेचक की वैक्सीन को मंकीपॉक्स के खिलाफ असरदार माना जाता है।
मंकीपॉक्स के लक्षण क्या है?
मंकीपॉक्स के लक्षण 6 से 13 दिन में दिखने लगते हैं जिसमें बुखार, तेज सिरदर्द, पीठ और मांसपेशियों में दर्द के साथ गंभीर कमजोरी शामिल है।
क्या मंकीपॉक्स एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलती है?
हाँ, यह बीमारी एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलती है।
मंकीपॉक्स में शरीर क्या प्रभाव पड़ता है?
व्यक्ति के शरीर पर बड़े-बड़े दाने निकल आते हैं।
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