आजकल लोग क्यों Mental Stress or Depression का सामना कर रहे है? | What is Mental Stress?
आज की दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार का तनाव जरूर है। कोई भी व्यक्ती ऐसा न है जिसे किसी प्रकार का तनाव न हो। जितनी दुनिया मॉडर्न हो रही है उतने ही लोग तनाव (Stress or Depression) जैसे मानसिक (Mental) विकार से ग्रसित हो रहे है। इस भाग दौड़ भरी जिन्दगी ने कोई जॉब को लेकर तनाव में है तो कोई अपनी निजी जिन्दगी से तनाव में है। यह तक की कोई अकेलापन के कारण तो कोई शारीरिक बीमारियों के कारण तनाव में है।
कुछ लोग छोटी-छोटी बातों को लेकर तनाव (Stress or Depression) में आ जाते है, जो उनके सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। अगर आप भी तनाव लेते है तो यह खबर आपके लिए है।
तनाव एक प्रकार का मानसिक विकार है। जब हम सब के दिमाग पर एक नकारात्मक विचार हावी हो जाता है तो इसका मानसिक स्तिथि पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। उस समय हमारा मस्तिष्क सही से कार्य नही कर पता है और सोचने समझने की क्षमता भी प्रभावित होती है। ऐसी स्तिथि में इन्सान का मस्तिष्क किसी भी खुशी के मौके पर प्रसन्न होने में असक्षम हो जाता है। इसी स्तिथि को तनाव (Stress or Depression) कहा जाता है।
कुछ व्यक्ती में तनाव की कोई खास वजह होती है तो वही कुछ व्यक्ती व्यक्तिमें कोई खास वजह नहीं होती है। तनाव का होना कोई बुरी बात नहीं है पर एक हद से ज्यादा तनाव का हो जाना खतरनाक साबित होता है। जब यही सारे तनाव हम सब के रोजमर्रा की जिंदगी में परेशान करने लगता है तभी दिक्कतें आनी शुरू हो जाती है। तनाव से इंसान की स्थिति किस हद तक बिगड़ सकती है, यह बात सबको मालूम है।
अगर किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार का तनाव हमेशा रहता है उसको इलाज के लिए किसी से सलाह लेना चाहिए। अपनी प्रॉब्लम को अपने किसी करीबी से शेयर करनी चाहिए। अपने तनाव के बारे में बात करना कोई शर्म की बात नहीं है। तनाव कोई बीमारी ना है, ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है, इस लिए अगर तनाव हो तो आप किसी के साथ शेयर करे।
यही तनाव अगर हमेशा रहने लगे तो अवसाद, हार्ट अटैक, या स्ट्रोक जैसे किसी भी गंभीर खतरे को आमंत्रण दे सकता है।
अगर तनाव होता है तो उसके निचे दिए गए लक्षण हो सकते है।
- सर में दर्द होना
- उदास रहना
- मायूस होना
- किसी काम में दिल ना लगना
- किसी बात पर ध्यान ना देना
- अपने को दूसरों से कम समझना
- ज्यादा सोना या कम सोना
- ज्यादा खाना या कम खाना
- अपने ऊपर भरोसा कम करना
- छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाना
- खुद को बेकार समझना
- मौत या खुदकशी के ख्याल आना
- नींद बहुत आना या कम आना
- खुश होने वाली बात पर गुस्सा आना
- कम बोलना
- दांत और जबड़े पीसना
- शरीर में थरथराहट होना
- किसी बात पर गौर ना करना
Introvert और Extrovert क्या होता है? | Know about Introvert vs Extrovert
तनाव के बहुत सारे कारण हो सकते है जैसे:
कभी कभी तनाव रोजमर्रा की भागदौड़ भरी जिंदगी से भी हो जाता है। कभी-कभी हमारी जिन्दगी में कोई ऐसी घटना घट जाती है जिससे हमारी जिंदगी प्रभावित होती है जैसे अपने किसी करीबी का जिंदगी से चले जाना, ब्रेकअप, तलाक, किसी की नौकरी खत्म हो जाना आदि! ये सभी तनाव के कारण हो सकते है। व्यक्ती इनसे बाहर नहीं निकल पाता है और तनाव का शिकार हो जाता है।
कभी कभी घरेलू कलह से भी तनाव हो जाता है। अक्सर पति पत्नी के बीच झगड़े, परिवार में अशांति तनाव का कारण बन जाता है। कई बार महिलाएँ लंबे समय तक घर में बंद रहती हैं और उन पर अत्याचार होता है तो ऐसे में उन्हें तनाव हो जाता है।
आज कल की भाग दौड़ भरी जिन्दगी में हर कोई इतना व्यस्त है की उसे एक दूसरे का साथ समय बिताने का वक्त नहीं होता। एक ही परिवार में रहने वाले लोग भी आपस में नही मिल पाते। जितनी ही दुनिया मॉडर्न हो रही उतने ही लोग अकेले होते जा रहे है। इंसान का अकेले रहना कई बार तनाव का कारण बन जाता है। अगर कोई व्यक्ति अकेला है और उसका कोई दोस्त नहीं है तो वह तनाव का शिकार हो सकता है।
कुछ लोगो के जिन्दगी में कभी कभी कुछ ऐसी घटनाए घट जाती है जो तनाव का कारण बन जाती है। इंसान अतीत की घटनाएं को भुला नहीं पता, ऐसे लोगो को तनाव होने का खतरा ज्यादा होता है
कभी कभी इन्सान की शारीरिक बिमारी तनाव का कारण बन सकती है जैसे दिल की बीमारी, कैंसर। अगर व्यक्ति ज्यादा समय तक बीमारी से पीड़ित रहता है तो वह इंसान अपने बीमारी से परेशान हो कर तनाव का शिकार बन जाता है।
कभी कभी तनाव वंशानुगत होती भी होता है। अगर किसी के मां-बाप को डिप्रेशन या तनाव की बीमारी है तो उस व्यक्त को भी तनाव होने का खतरा बना रहता हैं
ज्यादा शराब पीने वाले लोग भी तनाव का शिकार हो सकत है। कई बार नकारात्मक विचार आने लगते है जिसके कारण वे तनाव के शिकार हो जाते हैं।
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