पी.एम. संग्रहालय क्या होता है? | Know About Indian Prime Minister’s Museum
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंबेडकर जयंती के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नवनिर्मित प्रधानमंत्री संग्रहालय (Prime Minister’s Museum) का उद्घाटन किया। सबसे पहले उन्होंने प्रधनमंत्री संग्रहालय भ्रमण के लिए पहला टिकट कटाया। उद्घाटन के दौरान प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि “इस म्यूजियम में जितना अतीत है, उतना ही भविष्य भी है”।
हमारे देश को आजादी 1947 में ही मिल गई थी, तब से लेकर आज तक जितने भी प्रधानमंत्री हुए हैं, उनके लिए एक खास संग्रहालय Prime Minister’s Museum तैयार किया गया है।
जाने पीएम संग्रहालय के बारे में (Know about PM Museum)
देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रीयो को समर्पित यह म्यूजियम लगभग 217 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। प्रधनमंत्री संग्रहालय 15,600 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमे 43 दीर्घाएं हैं।
यहां देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रीयो से जुड़ी पुरानी फोटोज, वीडियो क्लिप, महत्वपूर्ण पत्राचार, व्यक्तिगत वस्तुएं, उपहार आदि रखा गया है। इसी संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की वो फिएट कार भी रखी गई है, जिसे उन्होंने 1964 में पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद खरीदा था।
इस म्यूजियम में 40 से अधिक गैलरी है और करीब 4 हजार लोगों के एक साथ घूमने की व्यवस्था है। तेजी से बदल रहे भारत की तस्वीर ये म्यूजियम दुनिया को दिखाएगा। यह ऐसा अनुभव देगा कि वाकई में हम उसी दौर में जी रहे हैं, उनसे संवाद कर रहे हैं।
इस मौके पर प्रधनमंत्री ने देश के युवाओं से प्रधानमंत्री संग्रहालय (Prime Minister’s Museum) देखने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश के हर प्रधानमंत्री ने संविधान सम्मत लोकतंत्र के लक्ष्यों की पूर्ति में भरसक योगदान दिया है। सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का स्मरण करना स्वतंत्र भारत की यात्रा को जानना है।
उन्होंने कहा कि यहां आने वाले लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्रीयो के योगदान से रूबरू होंगे,उनकी पृष्ठभूमि, उनके संघर्ष-सृजन को जानेंगे। पीएम ने कहा कि हम भारतवासियों के लिए बहुत गौरव की बात है कि हमारे ज्यादातर प्रधानमंत्री बहुत ही साधारण परिवार से रहे हैं।
इससे भावी पीढ़ी को सीख मिलेगी कि किस किस पृष्ठभूमि से आकर प्रधानमंत्री बनते रहे। हमारे बहुत से प्रधानमंत्री साधारण परिवार से आते हैं। गरीब परिवार, किसान परिवार से आकर प्रधानमंत्री बनना देश के युवाओं और देश को विश्वास देता है कि सामान्य परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति भी शीर्ष स्तर तक पहुंच सकता है। ये संग्रहालय, आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्ञान का, विचार का, अनुभवों का एक द्वार खोलने का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि इस म्यूजियम में युवाओं को लाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। युवा सक्षम हैं और उनमें देश को ऊंचाईयों तक ले जाने की क्षमता है। ये भारत को जितना अधिक जानेंगे, समझेंगे वे उचित फैसला लेने में सक्षम होंगे। यहां युवाओं को जो जानकारी मिलेगी, जो तथ्य देखेंगे, उनसे वे भविष्य में निर्णय लेने में मदद ले सकेंगे।
पीएम ने कहा कि भारत, लोकतंत्र की जननी है, Mother of Democracy है। भारत के लोकतंत्र की बड़ी विशेषता ये भी है कि समय के साथ इसमें निरंतर बदलाव आता रहा है।
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